अजमेर 22 अगस्त। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर द्वारा जारी दिशा-निर्देशानुसार 22 अगस्त शनिवार को संपूर्ण राजस्थान में ऑनलाईन लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसमें राज्य मे अजमेर जिले ने अग्रणी भूमिका निभाई। श्रीमान् अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजमेर (जिला एवं सत्रा न्यायाधीश) अनूप कुमार सक्सेना के मार्गनिर्देशन में ऑनलाईन लोक अदालत धन वसूली से संबंधित बैंकों के प्री-लीटिगेशन के प्रकरण एवं न्यायालयों में लंबित धारा 138 से संबंधित चैक अनादरण के प्रकरण, धन वसूली, मोटर एक्सीडेंट क्लेम, वैवाहिक विवाद (तलाक के मामलों को छोड़कर) एवं अन्य सिविल मामलों के संबंध में आयोजित की गयी। ऑनलाईन लोक अदालत के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजमेर के द्वारा समय समय पर वकीलों व अन्य पक्षकारों के साथ वार्ता की गयी साथ ही ऑन लाईन लोक अदालत में सक्रिय रूप से भाग लेने हेतु प्रेरित व प्रोत्साहित किया गया। प्राधिकरण सचिव डॉ शक्ति सिंह शेखावत के अनुसार कोरोना के मद्देनजर प्रदेश मे पहली बार ऑनलाईन लोक अदालत लगाई गयी है। इसमें नोटिस जारी करने से लेकर पक्षकारों के हस्ताक्षर लेने तक के सभी कार्य डिजिटल माध्यम से किये गये। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने केवल राजस्थान में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ऑनलाईन लोक अदालत लगाने की राज्य में अनुमति दी गयी थी। मुकदमें की सुनवायी भी पक्षकारों और वकीलों के ई मेल, मोबाइल और वॉट्सएप नंबर की सहायता से हुयी। इन पर अदालत के लिए चयनितt मुकदमों के पक्षकारों को नोटिस भेजे गये। उनकी सहमति प्राप्त होने पर ऑनलाईन डिस्प्यूट रेजोल्यूएशन प्लेटफार्म पर मुकदमे के जरूरी दस्तावेजात भी अपलोड करने की प्रक्रिया को अपनाया गया। इन मुकदमों की प्री काउंसलिंग भी ऑनलाईन प्रारंभ की गयी है जो कि 21 अगस्त तक जारी रही। पहली बार पक्षकारों के डिजिटल हस्ताक्षर लिये जाने की प्रक्रिया अमल में लायी गयी। इस ऑन लाईन लोक अदालत में प्री-लिटिगेशन के कुल 3171 प्रकरण रखे गये जिनमें से 1130 प्रकरणों का ऑनलाईन निस्तारण किया गया पेंडिग प्रकरणों में कुल 1764 प्रकरण रखे गये जिनमें से 885 प्रकरणों का ऑनलाईन निस्तारण किया गया तथा 44 प्रकरणों का ऑफलाईन निस्तारण किया गया । इस प्रकार कुल 4978 प्रकरणों में से 2015 प्रकरण रखे गये जिसमें से 47 का ऑफलाईन निस्तारण किया गया। निस्तारित प्रकरणों में कुल पारित अवार्ड राशि 13,46,75,071 रूपये रही। मुख्यालय पर 5 बैंचों का गठन किया गया जिनके अध्यक्ष - श्री अनिल कौशक, श्री रमेशचंद जोशी, डॉ0 शक्ति सिंह शेखावत, श्री इंसाफ खान, श्री परिणय जोशी रहे। तालुका विधिक सेवा समिति ब्यावर, किशनगढ़, केकड़ी, नसीराबाद, में भी 7 बैंचों के माध्यम से प्रकरणों का निस्तारण किया गया जिनके अध्यक्ष - श्रीमती प्रेम राजेश, श्रीमती उत्तमा माथुर,श्री प्रेमराज सिंह चंदावत रहे।
प्रथम ऑनलाईन लोक अदालत में अजमेर अग्रणी